मेरी कविता

चिट्ठी , मिटटी लगती थी..

कुछ भूल गए हैं हम..चिट्ठी लिखना .. बातें खट्टी हों कड़वी या बताशा   चिठ्ठी, मिटटी सी लगती थी आँखें…

13 years ago

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