पाषाण.. तुम, अंगिया में समेटे समस्त भार-अधिभार अस्मिता के मंदिर में पूजा-अर्चना के पश्चात् परोस दी जाती हो, अनमने ग्रहण किये जाने वाले प्रसाद की तरह ओढ़ी-बिछाई सुलगाई जाती हो हर रजनी प्रभात, वसंत फिर उघाड़ी-उधेड़ी मैली कर बना दी जाती हो पाषाण, निष्प्राण सि-ल-सि-ले-वा-र अथक अनवरत तुम्हारे पसीजे हुए, भीजे अंतर्वस्त्रों से आती यह सड़ांध उफ्फ़ ! तोड़ देती है धैर्य, बंधो को बासी कर देती है सभ्यता की तमाम प्रेरणाओं उपार्जनाओं को सांस्कृतिक षड्यंत्र के ये भग्न-अवशेष नैतिकता की ये पुरु पाठशालाएं ये संवेदी-सूचकांक, नवीन वर्चस्व की होड़ में तटस्थ रह गए तुम्हें बिसाते क्यूँ नहीं? क्यों नहीं लाँघ देतीं, वर्जना के ये ऊंचे टीले कंटीले दरख़्त जिन्होंने, तुम्हारे धवल स्त्रीत्व को विजित-पराजित धूल-धूसरित निशक्त रेत कर दिया है अगले क्षण को तो पिछला क्षण भी नहीं ठहरता तुम अब भी ठहरी हो वहीँ-कहीं, निस्सार उजाड़ दिए गए किसी उपवन की तरह अभ्यस्त ! जड़वत !! मौन !!! सुनों ! ध्वस्त कर दो उन सभी शब्दकोशों को,विधि नियम-अधिनियमों को पराधीनता के जो तुम्हे रचते है गढ़ते है बांधते है, किन्तु तुम्हारी परिभाषा को उन्मुक्त, स्त्री नहीं होने देते .. चंद्रकांता stOne You, shielding in that blouse the entire Obligation to egotism, Are served out of reluctance Like in temple after worshipping Is offered the sacrament Laid over, laid upon, so flamed You, every night, morn, spring, Are abandoned frigid and lifeless Denuded, shaken, deflowered Unceasing, Persistent, relentless From your moistened, soaked Corsets, emanating this stench Ah, demolishes the patience and bounds, Renders rancid the civilization’s All aspirations and developments These remnants of cultural conspiracy These schools of morality Were all neutral in the race of domination These sensory-indices, modern How come don’t move you? Why not you dodge, of taboos These high mounds, barbed bushes Which, to your godly femininity Feebleness, helplessness Has caused defeat, dust For the next moment Waits not even the preceding one You’re are still abiding, flimsily Like an orchard left desolate Wont! Numb! Silent! Listen! Let’s wreck Those doctrines, laws Acts, rules, which cast, rumour, Bind you to subjugation, and cease Unleashing of your definition, from being Woman
*enGlish transLation by Dewakar Deepak* image courtsy google