Chandrakanta

प्रेम प्रसंग

क्या वाकई आप सोचते हैं कि प्रेम पढ़कर आत्मसात कर लेने वाली कोई वस्तु है ? मैंने जब-जब अंतरंग होकर…

7 years ago

Bandini 1963 बिमल रॉय की फ़िल्म बंदिनी

Bandini 1963 - बंदिनी एक ऐसा प्रेमगीत है जहां, प्रेम सुविधा का नहीं समर्पण और संघर्ष का नाम है ।…

7 years ago

Bandini 1963 बंदिनी प्रेम का सम्मोहक गीत-संगीत

Bandini 1963 - मोरा गोरा अंग लइ ले, मोहे स्याम रंग दइ दे बंदिनी’ विमल राय के निर्देशन में बनी…

7 years ago

Padmavat Review ‘पद्मावत’ सिनेमा के लिहाज़ से एक सस्ती और कमजोर फिल्म है .

Padmavat Review- 'पद्मावत' के संदर्भ में 'खोदा पहाड़ निकली चुहिया' वाली कहावत एकदम सटीक बैठती है. पद्मावत सिनेमा के लिहाज़…

7 years ago

कुछ बिखरी हुई संवेदनाएं -2

परीक्षित..सुनों भद्रे ! तुम हो वह स्त्री परीक्षित, जिसे ढूँढा मैंने क्षितिज के उस पार जिसे मैंने खोया पाया अपने स्त्री होने की अकेली अथक,…

7 years ago

भाषा और समाज

भाषा और समाज -भाषा हमारे समाज का चित्र है और जितना सुन्दर ये चित्र होगा उतनी ही सुन्दर हमारी भाषा…

7 years ago

खुशियों के गुब्बारे

खुशियों के गुब्बारेवो देखो उड़ चलेमन कि आशाएं संग लेकर उड़ चलेउड़ चले उड़ चले उड़ चलेदोस्तों के वो नखरेहसीनों की…

7 years ago

Anand 1971 Music मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चुने

Anand 1971 Music - 'आनंद ' फिल्म के सभी गीत सदाबहार है . इसके गीत जीवन को जीने का भरोसा…

7 years ago

Anand 1971 आनंद

Anand 1971- "बाबू मोशाय, हम सब तो रंगमंच की कठपुतलियां है, जिसकी डोर ऊपर वाले के हाथ में है, कौन…

7 years ago

बड़ी चटपटी है ( गीत )

थोड़ा सा चखकर देखा हैबड़ी चटपटी है जिंदगीकभी पानी पूरी सी हैकभी ख्वाहिश अधूरी है कभी ऊंची दुकान हैकभी फीका पकवान…

7 years ago

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