क्या ऐसी महिलाएँ जो कुशल और सफल मेनेजमेंट की उदाहरण है को राजनीति में आकर देश की तरक्की का हिस्सा बनना चाहिए ?
नारी, तुम केवल श्रद्धा हो ! नारी तेरी यही कहानी आंचल में दूध आंखों में पानी ! ! ढोल, गंवार,
Continue reading'मैं कुछ अलहदा तस्वीरें बनाना चाहती हूँ जैसे अंबर की पीठ पर लदी हुई नदी, हवाओं के साथ खेलते हुए, मेपल के बरगंडी रंग के पत्ते, चीटियों की भुरभुरी गुफा या मधुमक्खी के साबुत छत्ते, लेकिन बना देती हूं विलापरत नदी पेड़ पंछी और पहाड़ ।'
नारी, तुम केवल श्रद्धा हो ! नारी तेरी यही कहानी आंचल में दूध आंखों में पानी ! ! ढोल, गंवार,
Continue readingउनके पसीने से आती निर्मम सडांध आपको इतनी तीखी लगती है, कि उस गंध के बारे में सोचनें भर से
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