Summer skin emergency! जब गर्मियों में त्वचा जलने लगे

Summer skin emergency! जब गर्मियों में त्वचा जलने लगे तो क्या उपाय किया जाए?

गर्मियों में त्वचा को उम्र के प्रभाव और सनबर्न से बचाने के लिए हम अक्सर ‘सनस्क्रीन’ शब्द का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बाजार में उपलब्ध अधिकांश सनस्क्रीन केमिकल फार्मूला पर आधारित होती हैं? मिनरल सनस्क्रीन क्या है??Summer skin emergency!

‘सनब्लॉक’ शब्द का इस्तेमाल मिनरल या फिजिकल शील्ड (सनस्क्रीन) के लिए किया जाता है यह जिंक ऑक्साइड या टाईटेनियम ऑक्साइड है। जबकि ‘सनस्क्रीन’ का एक किस्म के केमिकल एब्जारवर के लिए। सनब्लॉक हमारी त्वचा पर एक सुरक्षा कवच बनाकर अवरोधक की तरह काम करता है और पराबैंगनी या अल्ट्रावायलेट किरणों को त्वचा के भीतर जाने से रोकता है यह उन्हें परावर्तित (डिफ्लेक्ट)करता है। जबकि सनस्क्रीन एक स्पांज की तरह काम करता है जो त्वचा में एब्जार्ब हो जाता है और पराबैंगनी किरणों से होने वाले नुकसान को कम करता है। विशेषज्ञों की सलाह है यदि आप लगातार धूप या खुले वातावरण में हैं तो प्रत्येक दो घण्टे पर हमें सनस्क्रीन का इस्तेमाल दोबारा करना चाहिए। 

हालांकि हमारी त्वचा का अपना प्राकृतिक सुरक्षा तंत्र है लेकिन तेज धूप और पराबैंगनी किरणों के दुष्प्रभावों से बचने के लिए वह पर्याप्त नहीं है इसलिए हमारी त्वचा को अतिरिक्त सुरक्षा व देखभाल की आवश्यकता होती है। (UVA/UVB)

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हमें सनस्क्रीन का इस्तेमाल क्यों करना चाहिए?

यह हमारी त्वचा के टेक्सचर और प्राकृतिक रंगत को बनाए रखते हैं, बढ़ती हुई उम्र के प्रभाव को कम करते हैं और सनबर्न या हाईपरपिगमेंटेशन से बचाते हैं। किसी सनस्क्रीन पर आप ब्रॉड स्पेक्ट्रम/ UVA/UVB/SPF लिखा देखते हैं तो इसका क्या मतलब है? 

सूरज की रोशनी से मुख्य तौर पर दो तरह की किरणें निकलती हैं जो मनुष्य की त्वचा के लिए बेहद हानिकारक हैं। यूवीए/UVA(Ultraviolet A) एक बड़ी वेवलेंथ है जो त्वचा में गहराई तक प्रवेश कर जाती है जिसका संबंध उम्र के बढ़ने या एजिंग या झुर्रियों से होता है जबकि यूवीबी/UVB (Ultraviolet B) एक छोटी वेवलेंथ है जो त्वचा की बाहरी परतों को नुकसान पहुंचाती है, जिसका संबंध त्वचा के जलने या सनबर्न से होता है। ‘ब्रॉड स्पेक्ट्रम’ का अर्थ UVA और UVB के खिलाफ सुरक्षा से है। 

SPF का इस्तेमाल सन प्रोटेक्शन फेक्टर के लिए किया जाता है। जो आपकी त्वचा की रंगत या स्किन टोन और धूप में रहने की अवधि पर निर्भर करता है। ऐसा माना जाता है कि अधिक साफ रंग के लोगों को सनबर्न और स्किन कैंसर का खतरा अधिक होता है। उच्च एसपीएफ आपको लंबे समय तक UVA/UVB किरणों से सुरक्षा देता है।  “+” UVA से होने वाले नुकसान के खिलाफ सुरक्षा कवच की शक्ति या इंटेंसिटी को दर्शाता है। तो अगली दफ़ा आप जब भी सनबर्न या एजिंग प्रोटेक्शन क्रीम/लोशन के बारे में सोचें तो UVA/UVB/++/BROAD PROTECTION जैसे शब्दों को जरूर परख लें। EWG(Environmental working Group) वेरिफाइड सनस्क्रीन लेना मनुष्य व पर्यावरण की सुरक्षा के लिहाज से अधिक उपयुक्त होगा। 

गोले का तेल (कोकोनट ऑयल), शिया बटर, कैरेट सीड, जिंक ऑक्साइड और सैंडलवुड ऑयल UVA/UVB के खिलाफ प्राकृतिक अवरोधक का काम करते हैं। बाजार में त्वचा के प्रकार को ध्यान में रखते हुए तमाम तरह की मिनरल और केमिकल सनस्क्रीन उपलब्ध हिआँ। 

सनब्लॉक पराबैंगनी किरणों से बचने के लिए एक बेहतरीन विकल्प है जबकि केमिकल होने की वजह से सनस्क्रीन के कुछ नुकसान हो सकते हैं। इसलिए कोई भी सन प्रोटेक्शन लेने से पहले आप किसी विशेषज्ञ या आपके डर्मालॉजिस्ट की सलाह ले सकते हैं। गर्मियों में। त्वचा की।देखभाल का सबसे बेहतर उपाय है यदि आवश्यक नहीं है तो तेज़ धूप में बाहर जाने से बचें और खूब पानी पिएं।

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नोट:यह लेख सामान्य जानकारी व अनुभव पर आधारित है। हम किसी किस्म की विशेषज्ञता का दावा नहीं करते।