untOucHabLe अछूत
UntouchableDrenched in grief that lone window Was spying out Into a hovel, Dejected, In want of life and breath Steadfast,
Continue reading'मैं कुछ अलहदा तस्वीरें बनाना चाहती हूँ जैसे अंबर की पीठ पर लदी हुई नदी, हवाओं के साथ खेलते हुए, मेपल के बरगंडी रंग के पत्ते, चीटियों की भुरभुरी गुफा या मधुमक्खी के साबुत छत्ते, लेकिन बना देती हूं विलापरत नदी पेड़ पंछी और पहाड़ ।'
UntouchableDrenched in grief that lone window Was spying out Into a hovel, Dejected, In want of life and breath Steadfast,
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