खुशियों के गुब्बारे

खुशियों के गुब्बारे
वो देखो उड़ चले
मन कि आशाएं 
संग लेकर उड़ चले
उड़ चले उड़ चले उड़ चले

दोस्तों के वो नखरे
हसीनों की अदाएं
उम्मीदों के साये लेकर उड़ चले
उड़ चले उड़ चले उड़ चले

टूटे हुए सपने
छूटी हुई यादें
धरती की बाहें लेकर उड़ चले
उड़ चले उड़ चले चले

रंगों की पिचकारी
तारों की रोशनी
सब दिशाएं लेकर उड़ चले
उड़ चले उड़ चले चले

दरिया से छूटकर
रेतीले पांवों से
समंदर के सब किनारे लेकर उड़ चले
गुब्बारे सारे उड़ चले
उड़ चले उड़ चले चले

खुशियों के गुब्बारे
वो देखो उड़ चले

xxx

© चंद्रकांता