चंद्रकांता कविता ‘फूलन बन जाओ सब
औरतों पर बनने वाली खबरें कभी बासी नहीं होती । ताज़ा खबर है – एक आदमी की ‘हत्या के शक’
Continue reading'मैं कुछ अलहदा तस्वीरें बनाना चाहती हूँ जैसे अंबर की पीठ पर लदी हुई नदी, हवाओं के साथ खेलते हुए, मेपल के बरगंडी रंग के पत्ते, चीटियों की भुरभुरी गुफा या मधुमक्खी के साबुत छत्ते, लेकिन बना देती हूं विलापरत नदी पेड़ पंछी और पहाड़ ।'
औरतों पर बनने वाली खबरें कभी बासी नहीं होती । ताज़ा खबर है – एक आदमी की ‘हत्या के शक’
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