अनीता भारती की कवितायें
अनीता भारती की कवितायें : Recitation By ChandraKanta अनीता भारती की कवितायें : इतिहास, सच बताओ तुम : पाठ चंद्रकांता
Continue reading'मैं कुछ अलहदा तस्वीरें बनाना चाहती हूँ जैसे अंबर की पीठ पर लदी हुई नदी, हवाओं के साथ खेलते हुए, मेपल के बरगंडी रंग के पत्ते, चीटियों की भुरभुरी गुफा या मधुमक्खी के साबुत छत्ते, लेकिन बना देती हूं विलापरत नदी पेड़ पंछी और पहाड़ ।'
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