भीष्म साहनी : चीफ़ की दावत
भीष्म साहनी : चीफ़ की दावत : स्वर चंद्रकांता आज मिस्टर शामनाथ के घर चीफ की दावत थी। शामनाथ और
Continue reading'मैं कुछ अलहदा तस्वीरें बनाना चाहती हूँ जैसे अंबर की पीठ पर लदी हुई नदी, हवाओं के साथ खेलते हुए, मेपल के बरगंडी रंग के पत्ते, चीटियों की भुरभुरी गुफा या मधुमक्खी के साबुत छत्ते, लेकिन बना देती हूं विलापरत नदी पेड़ पंछी और पहाड़ ।'
भीष्म साहनी : चीफ़ की दावत : स्वर चंद्रकांता आज मिस्टर शामनाथ के घर चीफ की दावत थी। शामनाथ और
Continue reading