हरि भटनागर : सेवड़ी रोटियाँ और जले आलू
हरि भटनागर सेवड़ी रोटियाँ और जले आलू : Story Recitation by Chandrakanta ( सेवड़ी रोटियाँ और जले आलू का एक
Continue reading'मैं कुछ अलहदा तस्वीरें बनाना चाहती हूँ जैसे अंबर की पीठ पर लदी हुई नदी, हवाओं के साथ खेलते हुए, मेपल के बरगंडी रंग के पत्ते, चीटियों की भुरभुरी गुफा या मधुमक्खी के साबुत छत्ते, लेकिन बना देती हूं विलापरत नदी पेड़ पंछी और पहाड़ ।'
हरि भटनागर सेवड़ी रोटियाँ और जले आलू : Story Recitation by Chandrakanta ( सेवड़ी रोटियाँ और जले आलू का एक
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