Toilet- Ek Prem Katha 2017 द्विअर्थी संवादों से भरपूर
Toilet- Ek Prem Katha – “पीरियड हो रहे हो तो घर के बाहर, हल्का होना हो तो खेत के बाहर,
Continue reading'मैं कुछ अलहदा तस्वीरें बनाना चाहती हूँ जैसे अंबर की पीठ पर लदी हुई नदी, हवाओं के साथ खेलते हुए, मेपल के बरगंडी रंग के पत्ते, चीटियों की भुरभुरी गुफा या मधुमक्खी के साबुत छत्ते, लेकिन बना देती हूं विलापरत नदी पेड़ पंछी और पहाड़ ।'
Toilet- Ek Prem Katha – “पीरियड हो रहे हो तो घर के बाहर, हल्का होना हो तो खेत के बाहर,
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