मोहब्बत की झूठी कहानी पे रोये/ Mohabbat ki jhooti kahani pe roye
मुहब्बत की झूठी कहानी पे रोये/ Mohabbat ki jhooti kahani pe roye, मुगल-ए-आज़म 1960 (Mughal-E-Azam)
गाना / Title: मुहब्बत की झूठी कहानी पे रोये/ Mohabbat ki jhooti kahani pe roye
सिनेमा/ Movie: मुगल-ए-आज़म 1960 (Mughal-E-Azam)
गायक / playback: लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar)
गीतकार / Lyricist: शकील बदायूनी (Shakeel Badayuni)
संगीतकार / Music Director: नौशाद (Naushad)
मुहब्बत की झूठी कहानी पे रोये
कहानी पे रोये
मुहब्बत की झूठी कहानी पे रोये
बड़ी चोट खाई जवानी पे रोये
जवानी पे रोये
मुहब्बत की झूठी कहानी पे रोये
न सोचा न समझा, न देखा न भाला
तेरी आरज़ू ने, हमें मार डाला
तेरे प्यार की मेहरबानी पे रोये, रोये
मुहब्बत की झूठी कहानी पे रोये
बड़ी चोट खाई जवानी पे रोये
जवानी पे रोये
खबर क्या थी होंठों को सीना पड़ेगा
मुहब्बत छुपा कर भी, जीना पड़ेगा
जिये तो मगर जिंदगानी पे रोये, रोये
मुहब्बत की झूठी कहानी पे रोये
बड़ी चोट खाई जवानी पे रोये
जवानी पे रोये
मुहब्बत की झूठी कहानी पे रोये
कहानी पे रोये
mohabbat ki jhoothi kahani pe roye kahani pe roye
mohabbat ki jhoothi kahani pe roye
badi chot khai jawani pe roye javani pe roye
mohabbat ki jhoothi kahani pe roye
na socha na samjha, na dekha na bhala
teri arazu ne, hame mar dala
tere pyar ki meharabani pe roye, roye
mohabbat ki jhoothi kahani pe roye
badi chot khai jawani pe roye jawani pe roye
khabar kya thi hotho ko sina padega
mohabbat chhupa ke bhi, jina padega
jiye to magar zindagani pe roye, roye
mohabbat ki jhoothi kahani pe roye
badi chot khai jawani pe roye javani pe roye
mohabbat ki jhoothi kahani pe roye kahani pe roye