तू संग है ( गीत )
तुझ बिन जाऊं कहाँ तू संग है के नहीं SSSS ये बता तुझ बिन जाऊं कहाँ X 2 तू रोशनी मेरी आँखों
Continue reading'मैं कुछ अलहदा तस्वीरें बनाना चाहती हूँ जैसे अंबर की पीठ पर लदी हुई नदी, हवाओं के साथ खेलते हुए, मेपल के बरगंडी रंग के पत्ते, चीटियों की भुरभुरी गुफा या मधुमक्खी के साबुत छत्ते, लेकिन बना देती हूं विलापरत नदी पेड़ पंछी और पहाड़ ।'
तुझ बिन जाऊं कहाँ तू संग है के नहीं SSSS ये बता तुझ बिन जाऊं कहाँ X 2 तू रोशनी मेरी आँखों
Continue readingHindi Medium – ‘अंग्रेजी जबान नही क्लास है’ ‘अंग्रेजी जबान नही क्लास है’ इस थीम को लेकर फिल्म
Continue readingEk Thi Dayan 2013 – डायन’ स्त्री के अस्तित्व पर अधिकार के लिए बुना गया एक अंधविश्वास है जिसे पूरे
Continue readingपीर पीर मेरापीर पीर तेरा पीर पीर सबदा sssssपीर इबादत पीर मोहब्बत पीर है घर रब दा sssssपीर पीर मेरापीर पीर तेरा पीर पीर
Continue readingबलात्कार साफ तौर पर बर्बरतापूर्ण की गई यौन हिंसा ही है। इस बर्बरता की डिग्री नापना एक अजीब सी बात
Continue readingFemale Masturbation-पुरुष और स्त्री की शारीरिक संरचना और प्रेम के प्रति उनके नजरिये में काफी कुछ अंतर है। नीम हकीमों
Continue readingअगर तुम स्त्री की रक्षा नहीं कर सकते तो उसे बेच भी नहीं सकते…’प्रेम करने वाले ह्रदय को खो देना
Continue readingAnarkali of Aarah -‘आज के बाद रंडी हो, रंडी से थोड़ा काम हो या बीवी हो मर्जी पूछकर हाथ लगाइएगा
Continue readingDo Aankhen Barah Haath 1957 – फिल्म के गीतों में ध्वनियों का बेहद सुंदर इस्तेमाल किया गया है जो आपके
Continue readingमेरा टेसू यहीं अड़ा, खाने को मांगे दही बड़ा 🙂 🙂 बचपन का कोई बिसराया हुआ लोकगीत याद हो आया . सांझी
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