बड़ी चटपटी है ( गीत )

थोड़ा सा चखकर देखा है
बड़ी चटपटी है जिंदगी
कभी पानी पूरी सी है
कभी ख्वाहिश अधूरी है 
कभी ऊंची दुकान है
कभी फीका पकवान है …जिंदगी
बड़ी चटपटी है जिंदगी
कभी खुद पर हैरान है
कभी बिकती दुकान है
कभी मखमली सी चादर है
कभी बिन बुलाई मेहमान है …जिंदगी
कभी तपता हुआ सूरज 
कभी ठंडी फुहार सी
कभी प्यार का खुमार है
कभी मतलब के यार सी है … जिंदगी
कभी फिसलता रेत है  
कभी मस्ती में ब्रेक है 
कभी झालर की रोशनी
कभी टूटा हुआ तार है … जिंदगी
कभी नीम चढ़ा करेला है
कभी सांझ की अल्हड़ बेला है
कभी मोहब्बत का जाम है
कभी सड़क सुनसान है … जिंदगी
कभी नटखट है जिंदगी
कभी सरपट है जिंदगी
कभी फाटे हुए टायर सी  

कभी बुलेट का फायर है … जिंदगी

थोड़ा सा चखकर देखा है
बड़ी चटपटी है जिंदगी

 © पिंक रोज़ (चंद्रकांता) PINK ROSE ( CHANDRAKANTA)