हम तुम दोनों जब मिल जाएंगे / Hum tum dono jab mil jaenge
हम तुम दोनों जब मिल जाएंगे/ Hum tum dono jab mil jaenge, एक दूजे के लिए, Ek dooje ke liye, 1981 movies
गीत/ Title: हम तुम दोनों जब मिल जाएंगे/ Hum tum dono jab mil jaenge
सिनेमा/ Movie: एक दूजे के लिए, Ek dooje ke liye, 1981 movies
गायक/ Playback: लता मंगेशकर,Lata Mangeshkar, एस.पी. बालासुब्रमण्यम, S. P. Balasubrahmanyam
गीतकार/ Lyricist: आनंद बख्शी, Anand Bakshi
संगीत/Music: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल, Lakshmikant Pyarelal
हम तुम दोनों जब मिल जाएंगे
हम तुम दोनों जब मिल जाएंगे
एक नया इतिहास बनाएंगे
और अगर हम ना मिल पाएं तो
और अगर हम ना मिल पाएं तो
तो भी एक नया इतिहास बनाएंगे
हम तुम दोनों जब मिल जाएंगे
साल महीने हार गये
साल महीने हार गये
दिल जीत गया
और जुदाई का
लो एक दिन बीत गया
गिन गिन के ये दूरी के दिन
यूँ जीना मुश्किल है लेकिन
हम फिर भी जीकर दिखलाएंगे
हम फिर भी जीकर दिखलाएंगे
एक नया इतिहास बनाएंगे
हम तुम दोनों जब मिल जाएंगे
दुनिया में कितने लोगों ने प्रेम किया
दुनिया ने कितने प्रेमों का खून पिया
प्यासी तलवार नहीं रुकती
क्यूँ इसकी प्यास नहीं बुझती
हम दुनिया की प्यास बुझाएंगे
हम दुनिया की प्यास बुझाएंगे
एक नया इतिहास बनाएंगे
हम तुम दोनों जब मिल जाएंगे
ला ला ला ला ला ला ..
फिर ये दिल दिन रात
तड़पता रहता है
जब हमसे बेदर्द ज़माना कहता है
मिल ना पाएं जो ख्वाबों में
कितने हैं नाम किताबों में
हम उनमें क्यूँ नाम लिखाएंगे
हम उनमें क्यूँ नाम लिखाएंगे
एक नया इतिहास बनाएंगे
और अगर हम ना मिल पाएं तो
तो भी एक नया इतिहास बनाएंगे
हम तुम दोनों जब मिल जाएंगे
हम तुम दोनों जब मिल जाएंगे
Hum tum dono jab mil jaenge
Hum tum dono jab mil jaenge
Ek naya itihas banaenge
Aur agar hum na mil payen to
Aur agar hum na mil payen to
To bhi ek naya itihas banaenge
Hum tum dono jab mil jaenge
Saal mahine haar gaye
Saal mahine haar gaye
Dil jeet gaya
aur judai ka
Lo ek din beet gaya
Gin gin ke ye doori ke din
Yun jeena mushkil hai lekin
Hum phir bhi jeekar dikhlaenge
Hum phir bhi jeekar dikhlaenge
Ek naya itihas banayenge
Hum tum dono jab mil jaenge
Duniya mein kitne logon ne prem kiya
Duniya ne kitne premon ka khoon piya
Pyasi talwar nahi rukti
Kyun iski pyas nahi bhujhti
Hum duniya ki pyas bujhaenge
Hum duniya ki pyas bujhaenge
Ek naya itihas banaenge
Hum tum dono jab mil jaenge
La la la la la la..
Phir ye dil din raat
tadapta rehta hai
Jab humse bedard zamana kehta hai
Mil na payen jo khwabon mein
Kitne hain naam kitabon mein
Hum unmein kyun naam likhaenge
Hum unmein kyun naam likhaenge
Ek naya itihas banaenge
Aur agar hum na mil paye to
To bhi ek naya itihas banaenge
Hum tum dono jab mil jaenge
Hum tum dono jab mil jaenge