पास आने दो जरा मोहब्बतों कोबहक जाने दो जरा सी चाहतों कोये जो लब हैं तेरे मेरेहैं इतने दूर क्यूंयहाँ…
एक पंक्ति लिखती हूँऔर अक्सर मिटा देती हूँनि-रं-कु-श सत्ता के भय सेफिर अपने भीतर के बचे हुए इंसान को बटोरकर…
क्या वाकई आप सोचते हैं कि प्रेम पढ़कर आत्मसात कर लेने वाली कोई वस्तु है ? मैंने जब-जब अंतरंग होकर…
Bandini 1963 - बंदिनी एक ऐसा प्रेमगीत है जहां, प्रेम सुविधा का नहीं समर्पण और संघर्ष का नाम है ।…
Bandini 1963 - मोरा गोरा अंग लइ ले, मोहे स्याम रंग दइ दे बंदिनी’ विमल राय के निर्देशन में बनी…
Padmavat Review- 'पद्मावत' के संदर्भ में 'खोदा पहाड़ निकली चुहिया' वाली कहावत एकदम सटीक बैठती है. पद्मावत सिनेमा के लिहाज़…
परीक्षित..सुनों भद्रे ! तुम हो वह स्त्री परीक्षित, जिसे ढूँढा मैंने क्षितिज के उस पार जिसे मैंने खोया पाया अपने स्त्री होने की अकेली अथक,…
भाषा और समाज -भाषा हमारे समाज का चित्र है और जितना सुन्दर ये चित्र होगा उतनी ही सुन्दर हमारी भाषा…
खुशियों के गुब्बारेवो देखो उड़ चलेमन कि आशाएं संग लेकर उड़ चलेउड़ चले उड़ चले उड़ चलेदोस्तों के वो नखरेहसीनों की…
Anand 1971 Music - 'आनंद ' फिल्म के सभी गीत सदाबहार है . इसके गीत जीवन को जीने का भरोसा…
This website uses cookies.